Java जो की हमे पता है की एक PROGRAMMING LANGUAGE है,जिसका उपयोग आज के IT INDUSTRY में ज्यादा से ज्यादा किया जा रहा है, JAVA LANGUAGE आने से पहले IT FIELD में पहलेसे ही C और CPP LANGUAGES उपलब्ध थी, पर जब JAVA मार्केट में उतरी थी वह दौर WEB APPLICATION का शूरवातिका का दौर था,तब JAVA मार्केट में नई आ गई थी, तभीभी JAVA ने IT में ज्यादा जगह बनाई क्यूंकि JAVA ये PLATFORM INDEPENDENT LANGUAGE थी,जब की C और CPP ये दोनों PLATFORM DEPENDENT थी, PLATFORM DEPENDENT और PLATFORM INDEPENDENT मतलब जो CODE एक OPERATING SYSTEM पे लिखो तो वो कोड दूसरे OPERATING SYSTEM पे अगर चल जाये और RUN हो जाये तो उसे PLATFORM INDEPENDENT कहा जाता है, जब की वो खूबी JAVA में थी, इसीलिए मार्केट में आते आते JAVA ने अपनी जगह बना ली थी, और आज भी वह जगह कोई नहीं ले पाया है, अब हम जानते है,आखिर JAVA को JAVA नाम आखिर पड़ा कैसा,
सबसे पहले जब JAVA LANGUAGE पे काम चल रहा था, तब ये टेक्नोलॉजी -TELEVISION , DISH TV ऐसी डिजिटल टेक्नोलॉजी के लिए बनाई जा रही थी, पर उस पल में ये टेक्नोलॉजी बनती भी तो वो उस हिसाब के TELEVISION युग में बहुत ADVANCE थी, बल्कि JAVA पे जो टीम काम कर रही थी उसे GREEN TEAM भी कहा जाता था, वो टीम असल में डिजिटल टेक्नोलॉजी के लिए काम कर रही थी, इस टीम में से JAMES GOSLING को JAVA का जनक कहा जाता है,इनके साथ ही PATRICK NAUGHTON और MIKE SHERIDAN ये भी इस टीम में काम कर रहे थे,तब १९९१ का दौर था जब ये टीम उस टेक्नोलॉजी पे काम कर रही थी, जब ये टीम डिजिटल टेक्नोलॉजी पे काम कर रही थी तभी JAVA का निर्माण हुआ, उन्हे पता चल गया था की ये जो LANGUAGE हम तैयार कर रहे है वो आगे जाके बहुत ही महत्वपूर्ण होने वाली है, कारन वह LANGUAGE बहुत सारे ऐसे विशिष्टोंको बया कर रहा था जो एक टेक्नोलॉजी को नया मक़ाम हासिल कर के देने वाला था, उसमे से एक था CODE SECURITY जो की C और CPP में इसे काम ही थी,अब हम जानते है की JAVA को ये नाम आखिर मिला कहासे,
सबसे पहले JAVA को GREENTALK कहा जाता था , जो ये नाम JAMES GOSLING ने इसे दिया था, तब जो फाइल बन जाती उसका EXTENTION था .gt . पर उसके बाद जब की इसे एक GREEN TECHNOLOGY के साथ बनाया जा रहा था तो उसे OAK नाम दिया गया, और उसका कारन दूसरा कहा जाता है OAK एक पेड़ का नाम है और उसे एक शक्तिशाली और एकता का प्रतिक मानते थे, और साथ ही में U .S.A ., FRANCE , GERMANY ,ROMANIA ऐसी बड़ी देशों में OAK पेड़ को प्रतिक पेड़ मानते थे, इसी कारन OAK नाम दिया गया ,पर बाद में OAK TECHNOLOGY नाम की पहलेसेही एक कंपनी था, तो नाम का ISSUE होने के कारन वो नाम बदलना पड़ा, जब ये GREEN TEAM प्रोजेक्ट पे काम करती थी तो उसे ज्यादातर कॉफी पिने की आदत थी, और जब ये नाम का ISSUE तो टीम ने ये तय किया की इस प्रोजेक्ट को हम एक कॉफी का ही नाम देंगे क्यूंकि उनका ये मानना था की प्रोजेक्ट पे काम कर रहे थे तब ये कॉफी भी हमारी एक टीम मेंबर की तरह थी, तो उसी बात को बताते उस प्रोजेक्ट को १९९५ में JAVA नाम मिल गया. JAVA ये एक ISLAND है जो की इंडोनेशिया में स्थित है, जहा सबसे पहले कॉफी पाई थी, उसकी नाम से JAVA को ये नाम मिला है,इसीतरह JAVA को अपना नाम मिला था जो आज भी अपना नाम टेक्नोलॉजी के युग में जमाये बैठा है, और ऐसी तरह २३ जनवरी १९९६ में JDK १.० ये JAVA का पहला VERSION मार्केट में आया था.
तो इसी तरह JAVA को अपना नाम मिलने की एक ये दिलचस्प कहानी है, जो हर एक IT STUDENT को मालूम होना जरूरी है, तो दोस्तों ऐसी ही और IT से जुडी और भी बाते जानने के लिए हमसे जुड़े रहिये ,और अगर आपको ये Post अछा लगा हो तो जरूर Share किजीये , और मेरी Next Post कि Update के लिये मेरे Whatsapp Group को Join करीये . सिर्फ नीचे दि गाई लिंक पर Click करिये ..
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