IT CONCEPTS: आखिर कैसे JAVA LANGUAGE को एक COFFEE का नाम (JAVA) मिला, जरूर पढ़े

Wednesday, March 27, 2019

आखिर कैसे JAVA LANGUAGE को एक COFFEE का नाम (JAVA) मिला, जरूर पढ़े


Java जो की हमे पता है की एक PROGRAMMING LANGUAGE  है,जिसका उपयोग आज के IT INDUSTRY में ज्यादा से ज्यादा किया जा रहा है, JAVA LANGUAGE  आने से पहले IT  FIELD में पहलेसे ही C  और CPP LANGUAGES  उपलब्ध थी, पर जब JAVA   मार्केट में उतरी थी वह दौर WEB APPLICATION  का शूरवातिका का दौर था,तब JAVA  मार्केट में नई आ गई थी, तभीभी JAVA  ने IT में ज्यादा जगह बनाई क्यूंकि JAVA   ये PLATFORM INDEPENDENT  LANGUAGE   थी,जब की C  और CPP ये दोनों PLATFORM DEPENDENT  थी, PLATFORM DEPENDENT  और PLATFORM INDEPENDENT   मतलब जो CODE  एक OPERATING SYSTEM  पे लिखो तो वो कोड दूसरे OPERATING SYSTEM  पे अगर चल जाये और RUN  हो जाये तो उसे PLATFORM INDEPENDENT कहा जाता है, जब की वो खूबी JAVA  में थी, इसीलिए मार्केट में आते आते JAVA ने अपनी जगह बना ली थी, और आज भी वह जगह कोई नहीं ले पाया है, अब हम जानते है,आखिर JAVA  को JAVA   नाम आखिर पड़ा कैसा,

सबसे पहले जब JAVA  LANGUAGE पे काम चल रहा था, तब ये टेक्नोलॉजी -TELEVISION , DISH  TV ऐसी डिजिटल टेक्नोलॉजी के लिए बनाई जा रही थी, पर उस पल में ये टेक्नोलॉजी बनती भी तो वो उस हिसाब के TELEVISION युग में बहुत ADVANCE थी, बल्कि JAVA  पे जो टीम काम कर  रही थी उसे GREEN  TEAM  भी कहा जाता था, वो टीम असल में डिजिटल टेक्नोलॉजी के लिए काम कर रही थी, इस टीम में से JAMES GOSLING को JAVA  का जनक कहा जाता है,इनके साथ ही PATRICK NAUGHTON और MIKE SHERIDAN ये भी इस टीम में काम कर रहे थे,तब १९९१ का दौर था जब ये टीम उस टेक्नोलॉजी पे काम कर रही थी, जब ये टीम डिजिटल टेक्नोलॉजी पे काम कर रही थी तभी JAVA  का निर्माण हुआ, उन्हे पता चल गया था की ये जो LANGUAGE हम तैयार कर रहे है वो आगे जाके बहुत ही महत्वपूर्ण होने वाली है, कारन वह LANGUAGE बहुत सारे ऐसे विशिष्टोंको बया कर रहा था जो एक टेक्नोलॉजी को नया मक़ाम हासिल  कर के देने वाला था, उसमे से एक था CODE SECURITY जो की C और CPP में इसे काम ही थी,अब हम जानते है की JAVA  को ये नाम आखिर मिला कहासे,

सबसे पहले JAVA  को GREENTALK  कहा जाता था , जो ये नाम JAMES  GOSLING ने इसे  दिया था, तब जो फाइल बन जाती उसका EXTENTION था  .gt . पर उसके  बाद जब की इसे  एक GREEN  TECHNOLOGY के साथ बनाया जा रहा था तो उसे OAK  नाम दिया गया, और उसका कारन दूसरा कहा जाता है  OAK एक पेड़ का नाम है और उसे एक शक्तिशाली और एकता का प्रतिक मानते थे, और साथ ही में U .S.A ., FRANCE , GERMANY ,ROMANIA ऐसी बड़ी देशों में  OAK पेड़ को  प्रतिक पेड़ मानते थे, इसी कारन OAK नाम दिया गया ,पर बाद में OAK  TECHNOLOGY नाम की पहलेसेही एक कंपनी था,  तो नाम का ISSUE होने के कारन वो  नाम बदलना पड़ा, जब ये GREEN  TEAM  प्रोजेक्ट पे काम करती थी तो उसे ज्यादातर कॉफी पिने की आदत थी, और जब ये नाम का ISSUE  तो टीम ने ये तय किया की इस प्रोजेक्ट को हम एक कॉफी का ही नाम देंगे क्यूंकि उनका ये मानना था की  प्रोजेक्ट पे काम कर  रहे थे तब ये कॉफी भी हमारी एक टीम मेंबर की तरह थी, तो उसी  बात को बताते उस प्रोजेक्ट को १९९५ में JAVA नाम मिल गया. JAVA ये एक ISLAND  है जो की इंडोनेशिया में स्थित है, जहा सबसे पहले कॉफी पाई थी, उसकी नाम से JAVA को ये नाम मिला है,इसीतरह JAVA को अपना नाम मिला था जो आज भी अपना नाम टेक्नोलॉजी के युग में जमाये बैठा है, और ऐसी तरह २३ जनवरी १९९६ में JDK १.० ये JAVA का पहला VERSION मार्केट में आया था.

तो इसी तरह JAVA को अपना नाम मिलने की एक ये दिलचस्प कहानी है, जो हर एक IT STUDENT को मालूम होना जरूरी है, तो दोस्तों ऐसी ही और IT से जुडी और भी बाते  जानने के लिए हमसे जुड़े रहिये ,और अगर आपको ये Post अछा लगा हो तो जरूर Share किजीये , और मेरी Next Post कि Update के लिये मेरे Whatsapp Group को Join करीये . सिर्फ  नीचे दि गाई लिंक पर Click करिये ..

Comment Box में जरूर Comment करके अपनी प्रतिक्रिया बातये..
धन्यवाद





















No comments:

Post a Comment